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Thursday, November 17, 2011

ये  आसमां

बैठा था नीले आसमान के तले,
सुर प्रेम रंग के तन मन में हिले||

ये समां कुछ याद दिलाता है थोडा शर्माता है,
थोडा सकुचाता है पर क्या कुछ कह जाता है,||
 
सपनो की दुनिया में जब भी खोया वीरानिया भी हसीन लगती है,
पर क्यों अक्सर इस दुनिया में मुहब्बत दम तोड़ देती है,||

एहसास है प्यार का जो दिल में रहता,
जब जब में बैतू नीले आसमान के तले ,तब तब ये  कुछ कहता,
समंदर का नीला पानी आसमान में मिलता,
पल  पल  मिलन की याद दिलाता है,||

लेकर जो नीला रंग ख्वाब दिल में बुने,
सरगम के सुर के साथ तार तन मन में हिले||||

उड़ता पंछी (1)



आसमान में उड़ता पंछी और कोयल की कूक बोली,
जो हुआ भंवर तो दिल में उषा की किरण खिली,||

अधूरे ज्ञान से सपने सच नही होते,
पेट तो हर परिन्दा भरता है,
जब हो ख्वाब कुछ करने के,तो होते वो पुरे
जब मजबूत इरादा होता है,|||

यह सोच कर एक कहानी याद आई,
जब मकड़ी चढ़ी बार बार घर पाने को,
और राजा को हिम्मत आई,|

दिल बोला क्यों तुमने इतना सोचा ,
कर्म करो,आगे बढ़ो लेकर नाम प्रभु का,
सफलता का रास्ता असफलता की सीढियों से जाता है,
यही नीरस सच जीवन का,|

जीवन के इस सच ने कितनो को डुबोया ,कितनो को ताराया,
अंतर था तो यहि जो समझा असफलता को अंतिम पायदान
जीवन की जंग में खुद को हराया,||

रखे जो बात ध्यान हम ,किसी कहानी का अंत बुरा नही होता,
परीक्षा हो दुश्वार कितनी,ये तो बस सुखद हे होता,,|||



एक ख़याल 

आज दिल में एक ख़याल आया,
जब तुमको इतना करीब पाया,
न सोचा था कभी होंगा में इतना खुशनसीब,
तो में यूँ इठलाया,

सपने जो देखे लाख ,
अरमान थे पूरे करने के,
मुश्किलें तो हर राह में आती है,
फिर ऐसे न डर प्रेम के राही,
जिन्दगी है जलेबी की तरह सीधी,
थोडा तो सताती है,||

यही सच जिन्दगी का,जानकार दिल घबराया,
पर ख़ुशी इसी बात की जो तुमको पाया,
हूँ में खुशनसीब,
तो में यूँ इठलाया||||


सच्चाई जीवन की

तारीफ़ की किसको आस नहीं होती,
प्यार की किसको प्यास नही होती,
दर्द तो तब होता है जब लगता था हुनर है ,
कुछ कर दिखाने का,
और किस्मत साथ नही देती,||

दुनिया से लड़ने की हिम्मत है मुझमे,
यूँ किस्मत से लड़ पाना भी आसां नहीं होता,
किस किस से लड़े ये नादान दिल,
प्यार को यूँ भुलाना भी आसां नहीं होता,||

जख्म तो देती है ये दुनिया ,
पर मल्ल्हम अपने तो लगा ही देते है,
जब घाव दिए अपनों ने तो सिर्फ आंसू बहाए जाते है,||

ऐ दिले नादान न कर कुछ ऐसी गलती,
ये जालिम दुनिया जीने नहीं देगी,
जब ओढ़ी होगी सफ़ेद चादर ,
तो ही बस सुध लेगी,||

जब पता है दुनिया की सच्चाई ,
तो क्या घबराना ,
हसना,जीना और मुस्कुराना,
हसना ,जीना और मुस्कुराना |||||